Thursday, 4 July 2019

हैहय वंश

हैहय वंश 
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हय-हय अर्थात् हैहय वंश में क्रमशः तुरंग, त्वरक और कुत्वरक हुए जिन्हें आज हैदर, तुर्क़ और क़ुर्द / कुर्द जातियों के रूप में जाना जाता है ।
तुर्क़ से ही क़ुर्द की व्युत्पत्ति; संभवतः अरबी / हिब्रू आदि लिपियों के विलोमक्रम (-बाँए से दाँए लिखे जाने) के प्रभाव से भी हो सकती है । 
जहदजहद (-जहत्-अजहत्-) न्याय
जैसे कुन्तलः (कुन्ती के पिता का कुल) कुन्तल (कु तल - कुंतल -तल वार - वार अर्थात् आघात करना - तलवार) धारी होने से कुन्तल कहे जाते हैं, - वैसे ही हैहय / हयहय भी हय (अश्व) धारी होने से हयहय कहे जाते हैं ।
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