आज का श्लोक
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मृदत्वेन मूर्तिः जलत्वेन जीवो,
मृण्मये जले स्नात्वा पुनर्जन्म न विद्यते ॥
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अर्थ :
मिट्टी से देह बनी है, जल से जीव, इसलिए मिट्टी-जलयुक्त तीर्थ में नहाने पर पुनर्जन्म नहीं होता ।
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mṛdatvena mūrtiḥ jalatvena jīvo,
mṛṇmaye jale snātvā punarjanma na vidyate ||
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Meaning : The body is made of mud, the soul is made of water, one who takes a dip in mud, has no more birth.
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मृदत्वेन मूर्तिः जलत्वेन जीवो,
मृण्मये जले स्नात्वा पुनर्जन्म न विद्यते ॥
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अर्थ :
मिट्टी से देह बनी है, जल से जीव, इसलिए मिट्टी-जलयुक्त तीर्थ में नहाने पर पुनर्जन्म नहीं होता ।
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mṛdatvena mūrtiḥ jalatvena jīvo,
mṛṇmaye jale snātvā punarjanma na vidyate ||
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Meaning : The body is made of mud, the soul is made of water, one who takes a dip in mud, has no more birth.
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