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विचार को जीवन मत कहो,
और न जीवन को विचार,
ये दोनों एक-दूसरे से,
नितान्त अपरिचित हैं,
और बिलकुल अछूते भी!
विचार विचार से प्रभावित होता है,
विचार विचार को प्रभावित करता है,
लेकिन जीवन,
न तो विचार को प्रभावित करता है,
न ही विचार जीवन को ।
ये दोनों एक-दूसरे से,
नितान्त अपरिचित हैं,
और बिलकुल अछूते भी!
यान्त्रिक अभ्यास से,
यन्त्रवत आते हैं या जाते हैं,
विचार बुद्धि से भी,
बोध से भी आते हैं या जाते हैं,
स्पष्ट है कि विचार,
बुद्धि की तुलना में जड हैं,
और बुद्धि,
विचार की तुलना में चेतन,
किंतु यह भी सत्य है कि,
बुद्धि उनसे भ्रमित हो जाती है,
बस इतना ही ।
किंतु क्या बुद्धि के भ्रमित होने से ही,
’बुद्ध’ प्रभावित या भ्रमित हो जाए?
जिसने विचार के उद्गम को नहीं जाना,
वह विचार के संग्रह को,
ऊहापोह को ही बुद्धिमता समझ ले,
तो क्या आश्चर्य है?
विचार ’स्मृति’ है, बुद्धि प्रतिभा,
प्रतिभा स्वामिनी है, स्मृति दासी ।
विचार सेवक है, बुद्धि स्वामी ।
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क्या बुद्धि के अभाव में विचार संभव है?
हाँ स्मृति-रूप में अवश्य,
पर वह तो कंप्यूटर में भी होती है ।
और कोई कम्प्यूटर भी,
कविता लिख सकता है,
संगीत रच सकता है,
यहाँ तक कि थ्री-डी प्रिन्टिंग भी कर सकता है !
क्या आप उसे प्रतिभाशाली कहेंगे?
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विचार को जीवन मत कहो,
और न जीवन को विचार,
ये दोनों एक-दूसरे से,
नितान्त अपरिचित हैं,
और बिलकुल अछूते भी!
विचार विचार से प्रभावित होता है,
विचार विचार को प्रभावित करता है,
लेकिन जीवन,
न तो विचार को प्रभावित करता है,
न ही विचार जीवन को ।
ये दोनों एक-दूसरे से,
नितान्त अपरिचित हैं,
और बिलकुल अछूते भी!
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’विचार’ जिन्हें सीखा गया है,यान्त्रिक अभ्यास से,
यन्त्रवत आते हैं या जाते हैं,
विचार बुद्धि से भी,
बोध से भी आते हैं या जाते हैं,
स्पष्ट है कि विचार,
बुद्धि की तुलना में जड हैं,
और बुद्धि,
विचार की तुलना में चेतन,
किंतु यह भी सत्य है कि,
बुद्धि उनसे भ्रमित हो जाती है,
बस इतना ही ।
किंतु क्या बुद्धि के भ्रमित होने से ही,
’बुद्ध’ प्रभावित या भ्रमित हो जाए?
जिसने विचार के उद्गम को नहीं जाना,
वह विचार के संग्रह को,
ऊहापोह को ही बुद्धिमता समझ ले,
तो क्या आश्चर्य है?
विचार ’स्मृति’ है, बुद्धि प्रतिभा,
प्रतिभा स्वामिनी है, स्मृति दासी ।
विचार सेवक है, बुद्धि स्वामी ।
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क्या बुद्धि के अभाव में विचार संभव है?
हाँ स्मृति-रूप में अवश्य,
पर वह तो कंप्यूटर में भी होती है ।
और कोई कम्प्यूटर भी,
कविता लिख सकता है,
संगीत रच सकता है,
यहाँ तक कि थ्री-डी प्रिन्टिंग भी कर सकता है !
क्या आप उसे प्रतिभाशाली कहेंगे?
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