Friday, 25 November 2016

विकल्पवाद / Alternative approach / What if?

विकल्पवाद 
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’मैं’ / ’हम’ शब्दों का प्रयोग बन्द किए जाने के संस्कृति, समाज और संसार पर अंततः क्या परिणाम होंगे?
(स्पष्ट है कि जिस नाम से एक-दूसरे को संबोधित किया जाता है, वही ’मैं’ / ’हम’ का विकल्प होगा ।)
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Alternative approach / What if?

What will be the ultimate impact on the society, culture and the humanity if the terms 'I' / 'we' are no more in use?

Instead, if needed, the name will be used as the alternative terms.
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