श्री शङ्कराचार्यकृत पञ्चीकरणम्
पूज्य भगवत्पाद आदि शंकराचार्य द्वारा
की गई एक छोटे से ग्रन्थ "पञ्चीकरणम्" की रचना, जिस पर श्री सुरेश्वराचार्य ने वार्तिका लिखी, विभिन्न उपनिषदों में से महत्वपूर्ण किन्तु कुछ कठिन, दुरूह तथा क्लिष्ट भी समझे जानेवाले माण्डूक्य उपनिषद् के अध्ययन में अत्यंत सहायक और उपयोगी है।
ऐसा भी कहा सा सकता है कि श्री आचार्य शंकर द्वारा यह ग्रन्थ इसी उपनिषद् को सरलता से ग्रहण करने के लिए वेदान्त के अध्येताओं और मुमुक्षुओं की सहायता के लिए लिखा गया होगा।
यही ग्रन्थ यहाँ प्रस्तुत किया जा रहा है।
आशा है साधकों के लिए उपयोगी सिद्ध होगा।
कृपया पृष्ठ क्रमांक के अनुसार 1,2,3,4,5,6 एवं 7 पृष्ठ समायोजित कर लें।
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