Saturday, 16 August 2025

THE CRITERIA.

चन्द्रमा मनसो जातः 

The Moon is Man-made.


प्रायः वेद और सनातन धर्म के विरोधी प्रश्न उठाते हैं कि क्या वेद विज्ञान-सम्मत है?

पूर्वाग्रह से पूर्ण इस प्रश्न में पहले से ही यह मान लिया जाता है कि अंतिम और पूर्ण सत्य विज्ञान-सम्मत होना चाहिए। जबकि यू-ट्यूब के इस वीडियो से स्पष्ट है कि इसकी कसौटी तो यह होना चाहिए कि इसके विपरीत क्या विज्ञान वेद सम्मत है? वेद किसी प्रकार का आग्रह नहीं करता इसलिए उसके विज्ञान-सम्मत होने या न होने का प्रश्न ही नहीं उठता। किन्तु वेद के वचनों के परीक्षा करने पर यह स्पष्ट हो जाता है कि वेद विज्ञान-विरोधी भी नहीं है।

पुरुष-सूक्तम् में कहा गया है :

चन्द्रमा मनसो जातः।। 

अर्थात् चन्द्रमा की उत्पत्ति मन से होती है और मन का अर्थ है मनुष्य का मन न कि मनुष्येतर किसी भी दूसरे प्राणी का मन या बुद्धि। क्योंकि तारतम्य युक्त बुद्धि मनुष्य के ही मन का पर्याय है।

चन्द्रमा संभवतः पृथ्वी पर रहनेवाले किसी मनुष्य के द्वारा निर्मित और पृथ्वी के कृत्रिम उपग्रह के रूप में प्रक्षेपित किया गया ऐसा उपग्रह हो सकता है।

प्रथमतः तो यही पुरुष-सूक्तम् से प्राप्त निष्कर्ष और विज्ञान-सम्मत सत्य जान पड़ता है।

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