ॐ
रोगं शोकं तापं पापं हर हर मे
हर मे भगवति कुमतिकलापम्।।
--
सरल अर्थ :
हर हर महादेव! हे परमेश्वर शिव!
अर्थात् - हे परमेश्वरी महादेवि!!
मेरे समस्त रोग, शोक, ताप और पाप, कुमति (दुर्भाग्य) और कुमति से उत्पन्न होनेवाले मेरे सारे क्रियाकलापों, और उनके अशुभ तथा अनिष्ट प्रभावों को हर लो और स्थायी शान्ति, अपने पावन चरणों की परम और नित्य भक्ति प्रदान करो।।
***
English Translation is left for those who might make out far better and a simple translation of this Sanskrit prayer.
***